हिन्दू धर्म : अति महत्वपूर्ण ज्ञान ( क्या करना - क्या नहीं करना चाहिए )
बड़े
सौभाग्य
से
इस
पृथ्वी
लोक
पर
मनुष्य
का
जीवन
मिला
है
वह
भी
हिन्दू
के
घर
में,
इसलिए
इन
महत्वपूर्ण
जानकारी
को
अमल
में
लाएं
और
प्राप्त
करे
घर
परिवार
में
सुख
समृद्धि
और
जीवन
को
बनायें
खुशहाल
।
१.
आपके पूजा घर में दो गोमती चक्र , तीन गणेश, दो सूर्य की मूर्ती , दो शंख , दो शिव लिंग , दो शालिग्राम और तीन देवी प्रतिमा की पूजा नहीं करना चाहिए ।
२. घर में देवी की प्रतिमा छोटी (लगभग २० से २३ सेंटीमीटर ,९ इंच) होनी चाहिए । बड़ी प्रतिमा घर में शुभ नहीं होती, एवं जो लाभ मिलाना चाहिए वह नहीं प्राप्त होता है । बड़ी प्रतिमा को मंदिर में स्थापित करना चाहिए ।
३. देवियों की परिक्रमा एक बार , गणेश की तीन बार , विष्णु भगवान की चार बार, सूर्य की सात बार और शिव की आधी बार परिक्रमा करनी चाहिए । ऐसा करने से घर परिवार में सुख शांति बनी रहती है ।
४. गणेश जी की आरती चार बार , सूर्य की सात बार, माँ दुर्गा जी की नौ बार , शिव जी की ग्यारह बार और विष्णु भगवान की बारह बार आरती घूमना चाहिए ।और पूजा करते समय आसन पर बैठकर पूजा करना चाहिए भूमि पर नहीं ।
५. मध्यान्ह , मध्य रात्रि
और
संध्या
काल
में
घर
बंगला
या
अन्य
कोई
निर्माण
कार्य
नहीं
करना
चाहिए
, सर्वप्रथम
शिलान्यास
आग्नेय
दिशा
में
और
शेष
निर्माण
प्रदक्षिण
क्रम
से
करना
चाहिए
।
६. ईंट , लोहा , पत्थर , मिटटी और लकड़ी मकान बनाते समय नया ही इस्तेमाल करना चाहिए, पुराने मकान का इन पदार्थों का इस्तेमाल वर्जित है , ऐसा करने से परिवार में परेशानी ही परेशानी रहती है इसलिए हमेशा मकान में पुराने मकान का सामान नहीं लगाना चाहिए ।
७. पूर्व , उत्तर और ईशान दिशा की भूमि जो नीची हो अत्यंत लाभप्रद है , परन्तु अन्य दिशाओं की नीची भूमि सभी के लिए हानि कारक है ।
८. घर के पूर्व में वट वृक्ष, पश्चिम में पीपल का वृक्ष , उत्तर में पाकड़ का वृक्ष और दक्षिण दिशा में गूलर का वृक्ष शुभ फल दायी होता है , परन्तु याद रहे वृक्ष की छाया घर पर नहीं पड़नी चाहिए।
९. सोते समय पूर्व
और
दक्षिण
दिशा
की
तरफ
ही
सिर
रखकर
सोना
चाहिए
, प्रतिदिन
जो
भी
आपके
आराध्य
इष्ट
हैं
उनको
स्मरण
कर
किसी
कार्य
के
लिए
घर
से
निकलना
चाहिए
, और
हो
सके
तो
माथे
पर
चन्दन
लगाए
कार्य
अवश्य
ही
सफल
होगा
।
उपरोक्त बातों को ध्यान में रखें और देखें की आपके घर परिवार में सुख शांति समृद्धि ही बनी रहेगी और इस कलयुग में संतोष और सुख की अनुभूति प्राप्त होगी ।
पंडित
टी0 पी0 त्रिपाठी
मोबाइल नंबर -
9721391805
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